परिछन गीत

अब सीता रहली कुमारी हो रामा धनुषा नहि टुटे, कठिन र्पन जनक जी ने ठानल लोहे के धनुषा बनाई हो रामा धनुषा नहि टुटे देशही देश, जनक जी नेयोत पठाओल, अयोध्या मे परल हकार हो रामा धनुषा नहि टुटे देशही देशके भुप सब आयल धनुषा छुवी छुवी जाय हो रामा धनुषा नहि टुटे मुनीजीके सँग […]

परिछन गीत

परिछन गीत देखु देखु देखु बहिना सजनी हमार हे सुन्दर पहुनँमा आयल जनक दुआर हे  माथे मानी मौरी शोभे चाँन्न लीलार हे ओठबा पर पानक लाली मुसके पाहुन सरकार हे झुलफनके पोलन सोभे आँखी काजर हे  तीरछी तकन मोर हसे दिलदार हे सासु सुनैना परीछन करे बारबार हे सब कियो मँगल गावे होत जय जय […]

परिछन गीत

                परीछन कवने नगरीया से आयल बरीयतिया हे रस प्रीती माती कवने नगरीया भेल शोर हे रस प्रीती माती ।। श्री अबध नगरीया से आयल बरीयतीया हे रस प्रीती माती श्री मिथिला नगरीया भेल शोर हे रस प्रीती माती ।। एहन बरीयतीया हम कबहु न देखली हे रस […]

परिछन गीत

                       परीछन पुरब पछीम स आएल सुन्दर दुल्हाँ जुराबे लगली हे सासु अपुनी नयनमा, जुराबे लगली हे माथे मानी मौरी सोभे, कुन्डल सोभे कानमा २ रेशम कँ हाँथ हे सोभे आमके कंगनमा बाजन लागु हे, सतरंगी बजनमा २ नयन काजल सोभे सीर पर चन्दनमा, ओठ बामे […]

परिछन गीत

बहिना गे कोना क परिछब सिया जि के बर के लगैय हमरा डर गे ना । । बरके बापके पाकल दाढि, हुनका तीन तीनटा महतारि बरके देखिके हमरा बुझाइय चित चोर गे । । लगैय हमरा डर गे ना । । बर छैथ बचपन सौ धनुष धारी उ त बनौलन पथल के नारी हिनका देखिते देखिते भगेल साँझ स भोर गे । । लगैय हमरा डर गे ना । ।