आहाँक याद जखन सतबैत अछि हमरा असगरे मे हमर धरकन किछ गुनगुनाईत रहैत अछि असगरे मेकखनो आहाँ चलि आउ खुलल अछि मोनाक केबार हमर प्रीत आईयो बजबैत अछि आहाँके असगरे मेआब त आहाँ चैन सं सुतहु नै दैत छि राति मे सपनो मे आवि, आवि जगबैत छि हमरा असगरे मे आहाँ त गुमसुम रहैत छि […]