मैथिली कविता
मैथिली कविता
June 16, 2013

आहाँक याद जखन सतबैत अछि हमरा असगरे मे हमर धरकन किछ गुनगुनाईत रहैत अछि असगरे मेकखनो आहाँ चलि आउ खुलल अछि मोनाक केबार हमर प्रीत आईयो बजबैत अछि आहाँके असगरे मेआब त आहाँ चैन सं सुतहु नै दैत छि राति मे सपनो मे आवि, आवि जगबैत छि हमरा असगरे मे आहाँ त गुमसुम रहैत छि […]

मैथिली कविता
मैथिली कविता
June 6, 2013

एहन सुन्दर मिथिला धाम, दोसर पायब कोना ठाम – २ धनुष तोडने छथिन राम जनकपुर मे । । २ । । मिथिला राजा जनक जि के नगरि, अहिठाम रावण गाडलखिन गगरी – २ साक्षात लक्ष्मी लेल अवतार जनकपुर मे । । २ । । श्री राम जनकपुर मे अयलौन, शिव धनुष के तोडलौन् केलन सिता सँग ब्याह जनकपुर मे । । २ । । मिथिला के धरती सुन्दर सलौना, खाली उपजै छै मोती सोना खेत मे देखबै मेहिया धान जनकपुर मे । । २ । । एक दिश बहैत छै कमला नदि, दोसर छै जलेश्वर नाथके मन्दिर तेसर छै विद्यापती जि के गाम जनकपुर मे । । २ । ।

मैथिली कविता
मैथिली कविता
June 6, 2013

मिथिला राज के माँग जे उठलै नकाब ओकरा उतारैत देखलौ कहै छलै हमर धर्म छै मिथिला नया धर्म अपनाबैत देखलौ समाज केना सहि रहल छै तालिबानी पाएर पसारैत देखलौं निर्दोष सब के खून स ओकरा अपन पियास बुझाबैत देखलौं तरह तरह के मदारी सब के डम डम डमरु बजाबैत देखलौं ककरो अखण्ड ककरो खण्ड खण्ड […]

मैथिली कविता
मैथिली कविता
June 6, 2013

बहन्ना ओकर कत्तेक सुनिएै बड निष्ठुर मन मीत हमर अछि बदलैत मौसम डर लगैया बड ब्याकुल सन प्रीत हमर अछि सीत’क बुन सन सिनेह ओकर साओन’क मेघ बनी वरसलै नै बाट तकैत आँखि पथरायल बड उदास सन सीथ हमर अछि कहब सुनब कीछ ने बाँकी राखब हृदय के भितर आब त हम जीबन पथ पर […]