मैथिली गजल उठा’क नजरि अहाँ जखन झुका लेलिएै लजा’क पाएर अहाँ जखन नुका लेलिएै रुप देखि एहन सुधि हरयलहुँ हम घर जायब कोना रस्ता हम भुला गेलिएै चान सन मुखडा केश कारी मेह’क सन घण्टी मंदिर के जेहन श्वर सुना देलिएै लगन जोर छल तैं संगम भेल अपन गीत प्रीत’क संग संग […]