अहि कवितामें “खास कय” कर्ण कायस़्थ समाजमें (आन समाजक बारे ओतेक नहि बुझल अछि) कन्या परिक्षण कएलाक बादो जे छँटबाक प्रवृति छैक आ अहिसँ कन्याँक उपर केहन मानसिक दवाव, असर पड़ैत छैक आ तखन दू तरहक सोच मोनमें अबैत हेतैक सकारात्मक आ नकारात्मक, अहि कवितामें एकटा कन्याक मोनक भाव कहबाक प्रयाश कयने छी…. हम कहि […]