महेशवाणी
महेशवाणी
June 15, 2013

देखु किस्मत के खेल, गौरी महादेव के पहिने सँ मेल पुरी जिलेबी शिव के कोबर घर गेल्, पुरी जिलेबी छोडी -२ भाँग घोटी गेल् देखु किस्मत के खेल ……….. तेल फुलेल शिवके कोबर घर गेल्, तेल फुलेल छोडी -२, भस्म लेपी लेल देखु किस्मत के खेल……….. पियर पिताम्बर शिवके कोबर घर गेल्, पियर पिताम्बर छोडी -२, […]

महेशवाणी
महेशवाणी
June 15, 2013

  धन धन नगर अयोध्या कि धन धन राजा दशरथ रे ललना रे धन कोशीलया जि के भाग कि राम चन्द्र जि जन्म लेल रे आबहु पुरोहित पोथी शाहीत नेने रे ललना रे गुनी दियौं बाबुआ के राशी कौने राशी जन्म लेल रे नौ मि नक्षत्र राम जि जन्मल कि शुभ दिन पाओल रे ललना […]

महेशवाणी
महेशवाणी
June 15, 2013

गौरी के जोगिया हे, उमाके जोगिया डिम डिम डमरु बजबै छै गौरिके जोगिया । । कोठा ओ सोफा शिवके मनहुँ नै भावे – २ टुटली मरैया ला बेहाल जोगिया डिम डिम डमरु बजबै छै गौरिके जोगिया । । पुरी जिलेबी शिवके मनहुँ नै भावे -२ भाँग धतुर ला बेहाल जोगिया डिम डिम डमरु बजबै छै […]

विद्यापती गीत
विद्यापती गीत
June 9, 2013

कह्थिन सुनैना रानी सुनु पिया यो कोनक विआहब अपनो धिया यो   राजा जनक जि सभा लगावल देश देश के विर भुप आओल कौने बिर तोडता धनुष लैजेता सिया यो कह्थिन सुनैना रानी सुनु पिया यो   मुनी जि के सङ्गे दुगो बालक आयल बिर भुप हारी के भागी परावल महल के भितर बैसके कन्थिन […]

मैथिली लोकगीत
मैथिली लोकगीत
June 8, 2013

    करबै हम खेती किसान यो भैया देशके बनायब महान नयाँ नयाँ बिज डालिके खेती करायब धान, गहुँम, मकै और तेल हम उपजाएब जै सौ बनत पकवान, यो भैया देशके बनायब महान मिथिला मै रहिक मैथिल कहेलौ मिथिला एहन देश हम कतौ नै देखलौ अहिठामक धर्ती महान, यो भैया देशके बनायब महान साउन महिना […]

मैथिली लोकगीत
मैथिली लोकगीत
June 8, 2013

साउन के महिना  बहे पुरबा जोरम जोर कथि कहु ऐ सजनी देह दर्द करैय मोर   लहसुन तेल पकाक  मालिस हमरा कयदिय गावँके डाक्टर सौ हमरा के देखाय दिय सुइके देखते थर थर काँपे जियरा मोर रिमझिम – रिमझिम पाईन परैय सासुर जायके हमरा मोन करैय सासुर आबैला सालीजी करैछथी जोर कथि कहु ऐ सजनी […]

राम विवाहक गीत

चलु चलु चलु सखी जनक किसोरी भवनमा हे, सिता सँग ब्याही लएला दशरथ ललनमा हे । । भरत, सत्रुघन छथिन सङे लक्ष्मण भैया हे उटपर नगरा बाजे घण्टा घरैया हे । । सिता सँग ब्याही लएला दशरथ ललनमा हे । । माथे पर मौरी सोभे लिलरा चन्द्रमा हे बड निक लगै छै हाथ मे कङ्गनमा […]

मैथिली कविता
मैथिली कविता
June 6, 2013

एहन सुन्दर मिथिला धाम, दोसर पायब कोना ठाम – २ धनुष तोडने छथिन राम जनकपुर मे । । २ । । मिथिला राजा जनक जि के नगरि, अहिठाम रावण गाडलखिन गगरी – २ साक्षात लक्ष्मी लेल अवतार जनकपुर मे । । २ । । श्री राम जनकपुर मे अयलौन, शिव धनुष के तोडलौन् केलन सिता सँग ब्याह जनकपुर मे । । २ । । मिथिला के धरती सुन्दर सलौना, खाली उपजै छै मोती सोना खेत मे देखबै मेहिया धान जनकपुर मे । । २ । । एक दिश बहैत छै कमला नदि, दोसर छै जलेश्वर नाथके मन्दिर तेसर छै विद्यापती जि के गाम जनकपुर मे । । २ । ।

मैथिली कविता
मैथिली कविता
June 6, 2013

मिथिला राज के माँग जे उठलै नकाब ओकरा उतारैत देखलौ कहै छलै हमर धर्म छै मिथिला नया धर्म अपनाबैत देखलौ समाज केना सहि रहल छै तालिबानी पाएर पसारैत देखलौं निर्दोष सब के खून स ओकरा अपन पियास बुझाबैत देखलौं तरह तरह के मदारी सब के डम डम डमरु बजाबैत देखलौं ककरो अखण्ड ककरो खण्ड खण्ड […]