महेशवाणी
महेशवाणी
June 30, 2013

अहि ठाम छलै  राम, भँगियाके झोरिया, से हो लेल गौरी चोराई गे माई एतबा बचन जब सुनलनी गौरी , रुसी नैहर चली गेल गे माई  । ।   आहे माई, पर हे परोसिन गौरी के दिय सम्झाई गे माई हम नही लौटब भोला मुँह देखब, मरब जहर बिख खाई गे माई  । ।   कथि […]