परिछन गीत
Maithili Parichhan Geet-Ab Sita Rahali Kumari ho Rama
November 29, 2014
अब सीता रहली कुमारी हो रामा धनुषा नहि टुटे, कठिन र्पन जनक जी ने ठानल लोहे के धनुषा बनाई हो रामा धनुषा नहि टुटे देशही देश, जनक जी नेयोत पठाओल, अयोध्या मे परल हकार हो रामा धनुषा नहि टुटे देशही देशके भुप सब आयल धनुषा छुवी छुवी जाय हो रामा धनुषा नहि टुटे मुनीजीके सँग […]