मैथिली गीत

    भैया भौजी संगमे एकटा कार ऐलैय, भौजी के देखैला गामक लोग ऐलैय   भैया लक लक भौजि छथीन मोट लगै छथीन भौजी बाछी सौं छोट बुझाइय जेना आँगनमे छोट मोट हाती चलैय भौजी के देखैला ……………….. देखैला सब लोग गप करैय भौजी घरमे मेकअप करैय देखमें हमरा कोयल स कनिक गोर लगैय भौजी के […]

मैथिली गीत कजरी

  वितल श्रावनके पुरे महिना कि घर नाही आयल सजनमा ना   बादल गरजे बिजुली चमके – २ रही रहिके दिल मोरा धरके धर धर काँपे बदनमा ना – २ सखिहे थर थर काँपे बदनमा ना । ।  वितल ………….   श्रावन मास पिया नही आयल, सखी सब मिली कै मुह बिजकैलक मोरा सुनी सेजरिया […]

पाबैन के गीत
पाबैन के गीत
August 3, 2013

  सिता पाबैन पुजु आज जनकजी के आगँनमे पहिने पुजु नग्रक बिशहरी, तखन पुजब गौरी दाई जनकजी के आगँनमे तखन पुजब कुलपरिवार, तखन पुजब गिरिजामाई जनकजी के आगँनमे । ।   कोने आशनी देबैन नग्रक बिशहरी, कोने आशनी देबैन गौरी दाई जनकजी के आगँनमे कोने आशनी देबैन कुलपरिवार, कोने आशनी देबैन गिरिजामाई जनकजी के आगँनमे […]

समदावन
समदावन
July 14, 2013

  किनकर अँखिया बरिबरी हे सखिया, किनकर घुरमल केश किनकर राम चन्द्र विदेश गेलै हे सखिया, किनकर चेहरा उदास सिताके अँखिया बरिबरी हे सखिया, सिताके घुरमल केश सिताके राम चन्द्र विदेश गेलै हे सखिया, सिताके चेहरा उदास किनकर सुन भेलै सिंहदरबजवा, किनकर पोखरी मोहार किनकर सुन भेलै इरकी खिरिकियाँ, किनकर कोबर घर किनकर  सुन भेलै […]

मैथिली गीत
मैथिली गीत
July 9, 2013

साबनके महिना मे परैछै पनिया कि झुमैछै खेतमेँ किसान रे । राती अन्हरिया बाजै पपिहरा कखन हेतै बिहान रे । । २ । ।   छुपु छुपु धान रोपै किसान सब गाबैछै बिरह के गीत । कान्हा पर कोदारी आ माथपर गगरी करै छै आपस मे प्रित । । होते भिनसर मे उठे किसनबा बनबैछै […]

बेटा लगन
बेटा लगन
July 4, 2013

घर पछुवरवा लँग केरे गछिया , लँग चुभे आधिरात सुनु सहेलिया मोरी हे लँगके चुनि चुनि हार बनाओल, दिअउन बाबुजी के हाँथे सुनु सहेलिया मोरी हे । ।   जेहन आयो बाबा हारके सुरतिया ओहन जोहब जमाय सुनु सहेलिया मोरी हे पुरब जोहल बेटी पछिम जोहल, जोहल मुङेह मुङेर सुनु सहेलिया मोरी हे । । […]

महेशवाणी
महेशवाणी
June 30, 2013

अहि ठाम छलै  राम, भँगियाके झोरिया, से हो लेल गौरी चोराई गे माई एतबा बचन जब सुनलनी गौरी , रुसी नैहर चली गेल गे माई  । ।   आहे माई, पर हे परोसिन गौरी के दिय सम्झाई गे माई हम नही लौटब भोला मुँह देखब, मरब जहर बिख खाई गे माई  । ।   कथि […]